Namaz Ka Tarika
दोस्तों अगर आप भी नमाज पढ़ने का सही तरीका (Namaz Padhne Ka Tarika in Hindi) जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपको पढ़ना बेहद जरूरी है । लेकिन इस पोस्ट को पूरा पढ़ने से पहले आपको, नमाज से पहले, नमाज के दौरान और नमाज के बाद पढ़ी जाने वाली दुआ का जानना जरूरी है । जैसे : तक्बीर, तस्मिया, तशह्हुद, सना । वगैरह ।
Namaz Ka Sahi Tarika
दोस्तों , बालिग होने के बाद से नमाज पढ़ना हम सब पर फर्ज़ है । लेकिन अफसोस कि हम में से बहुत से लोग नमाज़ पढ़ना नहीं जानते , और कई लोग तो जानते हुए भी नमाज नहीं पढ़ते हैं । जैसा कि कुरान पाक में आता है ; “ऐ ईमान वालों सब्र और नमाजों से काम लो”। नमाज खालिस बंदे की आसानी के लिए अल्लाह की नेमत है। दिन में पांच बार नमाज की मिसाल इंसान के दरवाजे पर स्थित पांच पाक नहरों की तरह है । कुरान पाक में कहा गया है कि जिस तरह इन पांच नहरों में नहाकर इंसान पाक हो सकता है। ठीक उसी तरह दिन में पांच बार नमाज अदा कर इंसान दुनिया द्वारा दी गई कलिख और मैल को धो डालते हैं। साथ ही दिन में पांच बार पढ़े जाने वाले नमाज से अल्लाह का डर और उसकी मदद से इंसान को कामयाब बनाने में मदद करते हैं। इसीलिए हमें चाहिए कि हम कसरत से नमाज पढ़ें , और नमाज को जान-बूझकर कज़ा करने से बचें । इस पोस्ट में मैं आपको नमाज पढ़ने का सही और मुकम्मल तरीका बताने वाला हूं , इसीलिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें और पसंद आने पर अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ।
वुज़ू कैसे करें - Wazu Ka Tarika
इससे पहले की हम नमाज़ पढ़ने का तरीका जानें , उससे पहले वज़ू करने का तरीका जानना जरूरी है । अगर आप वुज़ू करने का सही तरीका जानना चाहते हैं तो हमारी ये पोस्ट जरूर पढ़ें : वुजू करने का तरीका ।
Namaz Ki Niyat in Hindi
दोस्तों , नमाज के लिए नियत करना जरूरी होता है, चाहे आप ज़ुबान से नियत करें या दिल ही दिल में । नमाज पढ़ने की नियत इस तरह से किया जा सकता है —
नियत करता हूं मैं (4 रकात फर्ज़ नमाज़ ज़ुहर की) रुख मेरा काबा शरीफ के तरफ , पीछे इस इमाम के , अल्लाह तआला के वास्ते …… अल्लाहु अकबर !
नोट : आप वक्त और नमाज़ के हिसाब से इसे बदल भी सकते हैं : जैसे —
2 रकात फर्ज़ नमाज फज़र की /
4 रकात सुन्नत नमाज ज़ुहर की /
4 रकात फर्ज़ नमाज़ अस्र की /
3 रकात फर्ज़ नमाज मग़रीब की /
3 राकत वित्र नमाज़ ईशा की , वगैरह , वगैरह !
नोट : अगर आप इमाम के पीछे नमाज नहीं पढ़ रहे हैं , तो इस लाइन को न कहें — पीछे इस इमाम के ! ( इस लाइन को सिर्फ तब कहना है जब आप इमाम के पीछे नमाज पढ़ रहे हों ) ।
दोस्तों , अब आप जान चुके हैं कि नमाज की नियत कैसे की जाती है ? अब बात करेंगे नमाज पढ़ने का तरीका के बारे में ।
यह भी पढ़ें : नमाज के छोटे और आसान सूरह हिन्दी में
Namaz Padhne Ka Tarika in Hindi
Namaz Padhne Ke Steps ये है :
- वुजूू करके पाक कपड़े पहन कर पाक जगह पर किब्ले की तरफ मुंह करके खड़े हो जाइये । अगर गुस्ल करने की जरूरत हो तो गुस्ल कर लीजिए ।
- नमाज की नियत करके दोनों हाथ कानों तक उठाइये और अल्लाहू अकबर कहकर हाथों को नाफ के नीचे बांध लीजिए ।
- दायां हाथ उपर और बायां हाथ नीचे होना चाहिए ।
- नमाज में इधर-उधर न देखिए और अदब से खड़े रहिए । खुदा की तरफ ध्यान रखिए।
- हाथ बांध कर सना पढ़िए ।
- फिर तअव्वुज़ पढ़िए ।
- फिर तस्मिया पढ़िए ।
- फिर सूरह फातिहा पढ़िए और आखिर में धीरे से आमीन कहिए ।
- फिर कोई भी एक सूरह पढ़िए ।
- फिर अल्लाहू अकबर कहकर रुकू के लिए झुकिए ।
- रुकू के दौरान दोनों हाथों से अपने घुटनों को पकड़ कर झुका हुआ रहना है ।
- रुकू में ही रुकू की तस्बीह तीन बार या पांच बार पढ़िए ।
- फिर तस्मिअ कहते हुए सीधे खड़े हो जाइये ।
- फिर तहमीद पढ़िए ।
- फिर तकबीर यानी अल्लाहू अकबर कहते हुए सजदे में चले जाइये ।
- सज्दे में जाने की तरकीब ये है कि - पहले दोनों घुटनों को जमीन पर रखिए फिर दोनों हाथों को जमीन पर रखिए । फिर दोनों हाथों के बीच में माथा जमीन पर रखिए ।
- फिर सज्दे की तस्बीह तीन बार या पांच बार पढ़िए ।
- फिर अल्लाहू अकबर कहकर उठकर बैठ जाइये ।
- दोबारा सज्दे में जाइये और तस्बीह पढ़ने के बाद तकबीर कहते हुए सीधे खड़े हो जाइये ।
- अब आपकी एक रकात नमाज पूरी हो गई ।
- दूसरी रकात भी इसी तरह अदा करें लेकिन इस बार जब दो सज्दे हो जाएं तो खड़े न हों । बल्कि सीधे बैठ जाइये ।
- अब तशह्हुद यानी अत्तहिय्यात पढ़िए ।
- फिर दुरूद शरीफ पढ़कर दुआ ए माशूरा पढ़िए ।
- अब आखिर में सलाम फेरिए । पहले दायीं तरफ फिर बायीं तरफ ।
- सलाम करते वक्त दायें और बायें दोनों तरफ मुंह मोड़ लीजिए ।
- अब आपकी दो रिका’अत की नमाज पूरी हो गई ।
- जब आपकी नमाज पूरी हो गई तो ज्यादा सवाब के लिए दूसरे काम भी करना चाहिए । जैसे : तसबीह पढ़ना , वजीफा पढ़ना , दुआ करना वगैरह ।
- दुआ करते वक्त हाथों को बहुत ज्यादा नहीं उठाना चाहिए । यानी कन्धों से ऊंचा नहीं करना चाहिए ।
नमाज पढ़ने के फायदे क्या हैं ?
- नमाजी आदमी का बदन और कपड़े पाक और साफ-सुथरे होते हैं ।
- नमाजी आदमी से खुदा राज़ी और खुश होता है ।
- हजरत मुहम्मद मुस्तफा (स.अ.व) नमाजी आदमी से खुश होते हैं ।
- नमाजी आदमी खुदा तआला के नजदीक नेक होता है ।
- अच्छे लोग दुनिया में भी नमाजी आदमी की इज्जत करते हैं ।
- नमाजी आदमी बहुत से गुनाहों से बच जाता है ।
- नमाजी आदमी को मरने के बीद खुदा तआला आराम और सुख से रखता है ।
आखिरी बात
दोस्तों ये था नमाज पढ़ने का सही तरीका हिन्दी में (Namaz Padhne Ka Tarika in Hindi) । उम्मीद करते हैं कि आपको ये मालूमात अच्छी लगी होगी । इस पोस्ट में हमने दो रकात नमाज (2 rakat namaz) कैसे पढ़ी जाती है इसकी जानकारी दी है । अगर आपको ये पोस्ट पसन्द आई हो तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी सदका-ए-ज़ारिया की नियत से जरूर शेयर करें । हम आपसे फिर मिलेंगे अगली पोस्ट में , तबतक के लिए…… अल्लाह हाफिज़ !