( i )
❤ वालिदैन का हक अदा करना 🌷
💫 एक बार हुज़ूर पाक (स.अ.व.) महफिल में बैठे थे । आप (स.अ.व) ने फरमाया : “ कि जब आप के वालिदैन (माँ-बाप) का इंतिकाल हो जाए और उनको जब दफनाया जाए तो उनको दफन करके उनके कब्र के करीब बैठ कर अल्लाह तआला का जिक्र इतनी देर तक किया करो, जितनी देर में एक ऊँट को ज़ब्ह करके बाँटा जाता है । क्योंकि जब दफन किया जाता है तो मैय्यत इस तरह परेशान होती है जिस तरह एक आदमी समंदर के लहरों में डूब कर मर रहा हो । और जब ज़िक्र किया जाता है तो मैय्यत परेशान नहीं होती और मैय्यत बहुत खुश होती है कि मेरी औलाद ने मेरा हक अदा कर दिया है । 💞
[ इस प्यारी बात को इतना फैलाइये कि कोई भी मुसलमान इस से बेखबर न रहे । इंशाअल्लाह इसका सवाब आपको ज़रूर मिलेगा । ]
( ii )
❤ एक बेहद खास हदीस 🌷
💫 जब तुम अपने बिस्तर पर जाओ तो “सूरह फातिहा” और “सूरह इख्लास” को पढ़ लिया करो तो मौत के अलावा हर चीज़ से बे-खौफ हो जाओ । वह दिन करीब है जब आसमान पे सिर्फ एक सितारा होगा । तौबा का दरवाज़ा बन्द कर दिया जाएगा । कुरआन के हूरूफ (शब्द) मिटा दिये जाएंगे और सूरज ज़मीन के बिल्कुल करीब आ जाएगा । 💞
👉 अगर आप सूरह फातिहा और सूरह इख़्लास पढ़ना चाहते हैं तो हमारी ये पोस्ट पढें : Surah Of Namaz in Hindi
( iii )
❤ सोते वक्त बिस्मिल्लाह पढ़ने का सवाब 🌷
💫 जो आदमी सोते वक्त 21 बार बिस्मिल्लाह पढ़ता है , अल्लाह तआला अपने फरिश्तों से फरमाता है कि इसके हर साँस के बदले नेकियाँ लिखो । 💞
( iv )
❤ हुजूर (स.अ.व) और हजरत ईज़राईल अलैहिस्सलाम का वाकिया 🌷
💫 जब हूजूर स.अ.व. का आखिरी वक्त करीब आया तो आपने हजरत ईज़राईल (अलैहिस्सलाम) से पूछा - “क्या मेरी उम्मत को भी मौत की इतनी तकलीफ बर्दाश्त करनी पड़ेगी ?” तो हजरत ईज़राईल (अलैहिस्सलाम) ने कहा - जी !
यह सुनकर आप की आँखों से आँसू ज़ारी हो गए । तो अल्लाह तआला ने फरमाया : “ ऐ मुहम्मद (स.अ.व.) ! आप की उम्मत अगर हर नमाज़ के फौरन बाद आयतुल कुरसी पढ़ेगी तो मौत के वक्त उसका एक पाँव दुनिया में होगा और एक जन्नत में । [ माशाअल्लाह ] 💞
👉 अगर आप आयतुल कुरसी हिन्दी में पढ़ना चाहते हैं तो हमारी ये पोस्ट पढें : Ayatul Kursi in Hindi
( v )
❤ आयतुल कुर्सी की फजीलत 🌷
💫 हज़रत अली (रज़ि.) फ़रमाते हैं कि मैंने नबी ए करीम हजरत मुहम्मद मुस्तफा (स.अ.व) को मेम्बर पर फ़रमाते हुए सुना :
जो शख्स हर नमाज़ के बाद आयतुल कुरसी पढ़ेगा । उसे ज़न्नत में दाखिल होने से मौत के सिवा कोई चीज़ नहीं रोकती । यानी उसके और जन्नत के बीच सिर्फ मौत का फासला रह जाता है । जैसे ही उसकी मौत हुई तो उसे जन्नत में जाने से कोई चीज़ नहीं रोकेगी । और जो कोई रात को सोते वक़्त आयतुल कुरसी (Ayatul Kursi) पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उसे, उस के घर को और उसके आस-पास के घरों को महफूज फ़रमा देगा । 💞
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आखिरी बात
मुझे उम्मीद है कि आपको आज का यह पोस्ट जरूर पसन्द आया होगा । इसे अपने तमाम दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी जरूर शेयर करें । क्योंकि अच्छी बात को दूसरों तक पहुंचाना भी सदका-ए-ज़ारिया है । हम आपसे अगली पोस्ट में मिलेंगे । तबतक के लिए खुदा हाफिज़ ।